परानिधेश भारद्वाज,
हाल ही में जिले के ऊमरी कस्बे में एक सोने चांदी के व्यवसायी की गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद पुलिस चकरघिन्नी बनी हुई है लेकिन अभी तक कानून के लंबे हाथों से आरोपी दूर हैं। वर्तमान समय मे आरोपियों को पकड़ने में तीसरी आंख की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है जो हैं सीसीटीवी कैमरे। लेकिन ऊमरी जैसे ग्रामीण इलाके में भले ही बाजार है फिर भी लोगों द्वारा अथवा व्यवसायियों द्वारा घरों अथवा दुकानों पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगवाए गए हैं। ऐसे में हत्या के आरोपी पुलिस गिरफ्त से दूर बने हुए हैं। जबकि अगर पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे होते तो आरोपियों तक पुलिस आसानी से पहुंच सकती थी।
जिसके बाद पुलिस महा निरीक्षक सुशांत कुमार सक्सेना तथा पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री जी के निर्देशन में थाना प्रभारी रविंद्र शर्मा ने उमरी कस्बे में सीसीटीवी कैमरे लगवाने की पहल शुरू की है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश कुमार खरपुसे एवं एसडीओपी अरविंद शाह ने भी ग्राम पंचायत सरपंच व जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर उन्हें सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए प्रेरित किया है।
ऊमरी थाना प्रभारी रविन्द्र शर्मा ने भी कस्बे में घूम फिरकर व्यापारियो से संपर्क किया और उन्हें सीसीटीवी लगाने के लिए प्रेरित किया है। जिससे सीसीटीवी लगे होने से गुंडे बदमाश भी उनकी जद में आने और ऐसी जगह क्राइम करने से डरते हैं। वहीं अगर कोई घटना को अंजाम देता भी है तो वह तुरंत पुलिस की गिरफ्त में भी आ जाता है।
