भिण्ड। बिजली कर्मचारियों को क्या-क्या नहीं झेलना पड़ता। आए दिन उनके साथ कभी अघोषित बिजली कटौती को लेकर, तो कभी बिजली चोरी के प्रकरण बनाने पर, तो कभी बकायादारों के कनेक्शन काटने पर उनके साथ अभद्रता के मामले सामने आते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है भिंड जिले के उमरी थाना क्षेत्र के बाराकला गांव में।
यहां पर विद्युत विभाग की टीम जब एक बकायेदार किसान के ट्यूबवेल का कनेक्शन काटने पहुंची तो किसान खेत पर एकत्रित हो गए और कनेक्शन काटने वाले विद्युत कर्मियों के साथ अभद्रता करने लगे। इस दौरान किसानों ने उनके औजार भी छुड़ा लिए और कटे हुए कनेक्शन को जबरन जुड़वाने के लिए बोलने लगे। इस दौरान किसान यह भी कहते नजर आए कि दूसरे किसान तो बिजली विभाग के कर्मचारियों की शह पर निजी उपयोग की बिजली से ट्यूबवेल चला रहे हैं।
वहीं बिजली विभाग के कर्मचारी आचार संहिता लगी होने की दुहाई देते नजर आए। जब खुद को बचाने के लिए बिजली कर्मचारियों ने आचार संहिता की बात कही तो किसानों का रवैया कुछ नरम पड़ा। किसानों ने कहा कि अभी गेहूं की फसल में एक पानी दिया जाना बाकी है ऐसे में अगर अभी बिजली काटी गई तो उनकी गेहूं की फसल सूख जाएगी। बिजली काटने के लिए यह उपयुक्त समय नहीं है। किसान तो फसल आने के बाद ही बिजली का बकाया भर सकते हैं। लेकिन बिजली कर्मियों ने उनकी एक न सुनी और बिना बिजली कनेक्शन जोड़े ही वापस चले आए।
इस दौरान भाजपा मंडल अध्यक्ष शनि राजावत भी मौके पर पहुंच गए थे और उन्होंने भी बिजली कर्मचारियों को समझाने का प्रयास किया कि अभी खेतों में पानी देना है ऐसे में अभी बिजली न काटी जाए। लेकिन पहले ही बिजली काट चुके कर्मचारियों ने अभद्रता होने के बाद कनेक्शन को नहीं जोड़ा और वापस चले आए।