भोपाल/देवास। “चूज़े हैं ये अंडे से निकले नहीं और बड़ी बड़ी मरने मारने की बातें करते हैं… आज कैसे इसने बोल दिया कि मैं रिस्पॉन्सिबल हूँ, MPPTL से मैं हूँ क्या, मैं तहसीलदार हूँ….शासन का प्रोजेक्ट है… शासन सरकार को किसने चुना? आप लोगों ने चुना, मैंने चुना क्या…मैंने बोला क्या MPPTL को कि खम्बे लगाओ यहां पर, मैं कैसे रेस्पोंसिबल हूँ… दो शब्द क्या पढ़ लिए अंग्रेज ही बन गए।” ये शब्द हैं देवास जिले की सोनकच्छ तहसीलदार अंजली गुप्ता के।
अभी ड्राइवर को औकात का मामला शांत नहीं हुआ था कि अब तहसीलदार महोदया ने किसान को चूजा बोल दिया। जहां औकात वाले मेटर में ड्राइवर ने जवाब दिया था कि हमारी कुछ औकात ही नहीं है वहीं इस मामले में भी जब तहसीलदार महोदया ने कहा कि दो शब्द क्या पढ़ लिए अंग्रेज ही बन गए के जवाब में किसान बोला कि हम तो गंवार लोग हैं।
दोनों ही मामले में सरकारी अधिकारी का आम जनता के प्रति असंवेदनशील रवैया दिखाई दिया। ऐसे में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने तुरंत एक्शन लेते हुए कलेक्टर को हटाया था तो वहीं इस मामले में भी कलेक्टर को निर्देशित कर तहसीलदार महोदया को मुख्यालय अटैच करवा दिया है। खुद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अपने ट्विटर हैंडल से इस बात की जानकारी दी है।
दरअसल देवास जिले के सोनकच्छ की तहसीलदार अंजलि गुप्ता का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में वे किसानों को चूजे कहती दिखाई दे रही हैं। वायरल वीडियो कुमारियां गांव का बताया जा रहा है। इसमें वे बहुत गुस्से में दिखाई दे रही हैं और सामने वाले व्यक्ति पर भड़क रहीं हैं। हालांकि वीडियो सामने आने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर तहसीलदार महोदया को जिला मुख्यालय अटैच कर दिया गया है। यही नहीं तहसीलदार महोदया ने भी अपनी सफाई दी है।
मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा है- “अधिकारी आमजन के साथ सभ्य और शालीन भाषा का प्रयोग करें। इस तरह की भाषा बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मेरे निर्देश के बाद कलेक्टर द्वारा तहसीलदार को जिला मुख्यालय अटैच कर दिया गया है।” मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सुशासन हमारी सरकार का मूल मंत्र है।