कांग्रेस के घेराव की भनक लगते ही अधिकारियों ने छोड़ा मुख्य दफ्तर, लेकिन कांग्रेसियों ने डीई को खोजकर उनके सामने ही किया प्रदर्शन
परानिधेश भारद्वाज,
भिंड शहर में इस समय विद्युत की समस्या बेहद विकराल बनी हुई है। इस साल गर्मी थोड़ी देर से जरूर पड़ी, लेकिन अब गर्मी ऐसी पड़ रही है कि लोग इससे बेहाल हो रहे हैं। गर्मी से बचने का एकमात्र उपाय बिजली से चलने वाले उपकरण पंखा, कूलर आदि हैं। लेकिन इसी बीच बिजली की अघोषित कटौती भी चरम पर पहुंच गई है। अघोषित कटौती कहें या कि ज्यादा मांग के चलते होने वाले फॉल्ट की वजह से विद्युत सप्लाई की व्यवस्था गड़बड़ाई हुई है। ऐसे में लोगों को कई कई घंटे बिजली नसीब नहीं हो पा रही है। कई जगह तो लोड अधिक है लेकिन ट्रांसफार्मर की क्षमता बेहद कम होने की वजह से वह जल्दी फुंक जाते हैं। लेकिन विद्युत विभाग द्वारा बढ़े हुए क्षमता के ट्रांसफार्मर रखने की बजाय उसी क्षमता के ट्रांसफार्मर रख दिए जाते हैं जिससे कि बार-बार यह समस्या उत्पन्न होती रहती है और इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है।
अघोषित बिजली कटौती की इसी समस्या को लेकर कांग्रेस के कद्दावर एवं जुझारू युवा नेता धर्मेंद्र सिंह भदोरिया पिंकी ने लोगों के बीच पहुंचकर बिजली सत्याग्रह प्रारंभ करने की ठानी। भरी दुपहरी वह अपने कार्यकर्ताओं एवं आम जनता के साथ पहले तो बिजली घर पहुंचे जहां पर उन्होंने सत्याग्रह प्रारंभ किया, लेकिन मालूम चला कि बिजली विभाग के डीई तो पहले ही दफ्तर छोड़कर जा चुके हैं तो कांग्रेसियों ने उनकी खोज प्रारंभ कर दी। खोज करने पर पता चला कि डीई साहब मुख्यालय छोड़कर आईटीआई स्थित कार्यालय में बैठे हुए हैं तो पिंकी भदौरिया आम जनता के साथ वहीं पहुंच गए और डीई को बिजली व्यवस्था सुधारने के लिए चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द से जल्द वह शहर की विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त करें अन्यथा उनके खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
यही नहीं धर्मेंद्र सिंह भदोरिया ने गांधीवादी मार्ग को अपनाते हुए डीई के सामने ही ‘रघुपति राघव राजा राम सबको सन्मति दे भगवान’ की प्रार्थना शुरू कर दी। जिसके बाद डीई ने जल्द से जल्द समस्याओं को दूर कर विद्युत की बहाली का आश्वासन दिया। उसके बाद समय सीमा में कार्य पूर्ण होने अथवा फिर से बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी देते हुए धर्मेंद्र सिंह भदौरिया वहां से वापस आए।
उनका कहना था कि वह हर समस्या के लिए जनता के साथ खड़े हुए हैं। इस समय बिजली की समस्या चरम पर है और इसीलिए वह भरी दुपहरी में जनता के बीच उनके साथ पहुंचकर इस समस्या को दूर कराने के लिए आए हैं। अगर बिजली विभाग ने समस्या दुरुस्त नहीं की तो जल्द ही उनके खिलाफ बहुत बड़ा आंदोलन किया जाएगा।