परानिधेश भारद्वाज,
भिण्ड जिला पुलिस द्वारा गुम अथवा चोरी हुए 221 स्मार्ट फ़ोन्स को उनके असली मालिकों तक पहुंचाया। पुलिस अधीक्षक डॉ असित यादव एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव पाठक के नेतृत्व में साइबर से प्रभारी सत्यबीर सिंह द्वारा गुम अथवा चोरी हुए मोबाइल्स की लगातार मोनिटरिंग कर उनको बरामद करते हुए उनके असल मालिकों को मोबाइल दिलवाए गए। खोए हुए मोबाइल प्राप्त कर सभी ने जिला पुलिस को धन्यवाद दिया।
मध्य प्रदेश की भिंड जिला पुलिस द्वारा साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए लगातार प्रयास किया जा रहे हैं। साइबर क्राइम का सबसे बड़ा माध्यम होता है मोबाइल। ऐसे में गुम हुए मोबाइल की बरामदगी के लिए भिंड जिला पुलिस अधीक्षक डॉ असित यादव के द्वारा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। ऐसे में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव पाठक के नेतृत्व में लगातार अभियान चलाकर गुम अथवा चोरी हुए मोबाइल फोन की तलाशी की जा रही है। गुम अथवा चोरी हुए मोबाइल की बरामदगी में सबसे महत्वपूर्ण योगदान साइबर सेल का रहता है।
ऐसे में भिण्ड साइबर सेल प्रभारी सत्यवीर सिंह के द्वारा गुम हुए सभी मोबाइल फ़ोन्स की लगातार ट्रेसिंग कर दूर दराज के राज्यों जिनमें केरल तक के राज्य शामिल हैं, से भी मोबाइल बरामद कर उनके मालिकों को प्रदान किये गए हैं। सोमवार को जिला पुलिस द्वारा सभी 221 बरामद हुए मोबाइल मालिकों को बुलाकर उनके मोबाइल सुपुर्द किये गए।

गुम हो चुके मोबाइल मिलने के बाद लोगों के चेहरों पर अलग ही खुशी थी। उन्होंने भिण्ड एसपी डॉ असित यादव, एडिशनल एसपी संजीव पाठक के साथ ही साइबर सेल पुलिस का भी धन्यवाद अदा किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव पाठक का कहना था कि लोगों के मोबाइल में उनके जीवन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण चीजें संकलित रहती हैं। ऐसे में अगर उनका मोबाइल गुम हो जाता है तो उनको भारी पीड़ा से गुजरना पड़ता है। लोगों की इस पीड़ा को भिंड पुलिस अधीक्षक डॉक्टर असित यादव ने समझा और मोबाइल फ़ोन्स की बरामदगी के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उसी का परिणाम है कि सोमवार को 221 लोगों को उनके मोबाइल वापस किए गए।
बाइट- संजीव पाठक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, भिण्ड
चोरी अथवा गुम हुए मोबाइल को पाने के लिए जरूर करें यह काम
अगर आपका मोबाइल चोरी हो गया है अथवा कहीं गुम हो गया है तो उसकी सूचना नजदीकी पुलिस थाने में जरूर दें। ऐसे में पुलिस अपने साइबर सिस्टम पर आपका मोबाइल नंबर और उसके आईएमईआई नंबर को ट्रेस पर डाल देती है जिससे अगर आपकी सिम हटाकर आपके मोबाइल में कोई दूसरी सिम भी डाली जाती है तो मोबाइल चोर आसानी से पकड़ में आ जाते हैं और आपका मोबाइल आपको वापस मिलने के चांस अधिक रहते हैं।