परानिधेश भारद्वाज
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दो चरण के बाद हुई मतगणना से असंतुष्ट लोगों द्वारा जाम लगाया जाने के बाद उनके बीच पहुंचे भिंड विधायक संजीव सिंह कुशवाह अपने दबंग अंदाज में कहते नजर आए कि उन्हें एसडीएम कलेक्टर कोई नहीं लगते। उन्हें जनता ने भेजा है ना कि सरकार ने, ऐसे में वह जनता की बात ही करेंगे।
दरअसल भिण्ड जिले में चल रहे पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के बाद मतगणना पर्ची ना मिलने के बाद जीत हार को लेकर चल रही अफवाहों के बीच प्रत्याशियों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। इसी को लेकर गुरुवार को पहले से अपने को जीता हुआ बताने वाले प्रत्याशी की जगह अचानक से दूसरा प्रत्याशी 1600 वोटों से जीता हुआ घोषित कर दिया गया। इसको लेकर जब दूसरे पक्ष के प्रत्याशी समर्थक कलेक्ट्रेट पहुंचे तो एसडीएम ने दूसरे पक्ष को 1600 वोटों से जीत की बात कह दी। इसके बाद देखते ही देखते ओबीसी वर्ग के लोग इकट्ठा हो गए और नेशनल हाईवे 719 पर जाम लगा दिया।
जिसके बाद एडीएम प्रवीण फुल पगारे और एडिशनल एसपी कमलेश कुमार घर को शेर ने पहुंचकर लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन जब वह नहीं माने तब
लंबे समय तक जब जाम नहीं खुला तो एनएच से गुजरने वाले यात्रियों को खासी परेशानी होने लगी। जिसके बाद भिण्ड विधायक संजीव सिंह कुशवाह के साथ ही पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह एवं पूर्व विधायक हेमंत कटारे भी मौके पर पहुंचे और जाम लगा रहे लोगों के बीच बैठकर उनको समझाने का प्रयास करने लगे। इस दौरान लोगों ने कह दिया कि आप प्रशासन की तरफदारी कर रहे हैं।

ऐसे में बसपा से हाल ही में भाजपा में शामिल हुए विधायक संजीव सिंह कुशवाह खुद को रोक नहीं पाए और वह कहने लगे कि मैं लड़ के आया हूँ, सरकार की दम पर नहीं आया। मैं जनता की दम पर विधायक बना खड़ा हूँ ना कि सरकार की दम पर। मैं किसी एसडीएम वेसडीएम की वो नहीं करता, काय के एसडीएम कलेक्टर, कोई मेरे को नहीं लगते।
इतने में ही विधायक समर्थक उनके जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। विधायक संजीव सिंह कुशवाहा ने मतगणना में जिला प्रशासन की घोर लापरवाही बताते हुए कहां है की इसकी प्रक्रिया पारदर्शी नहीं रखी गई जिसके चलते हर जगह भ्रम की स्थिति बनी हुई है। वहीं पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने भी जाम लगा रहे प्रत्याशी समर्थकों की तरफ से बोलते हुए मामले में प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा है।