रक्तदान पर बोलीं सीमा श्रीवास्तव – करवा चौथ व्रत में रक्दान से नहीं आती कमज़ोरी
भिण्ड, पवन शर्मा
शहर के वाटर वर्क्स में रहने वाली एक महिला ने करवा चौथ के व्रत के दौरान मानव धर्म निभाने की एक मिसाल पेश की। करवा चौथ पर सुहागन महिलाएं जहां अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखकर पूजा पाठ और प्रार्थना कर रही हैं, वहीं ज़िला अस्पताल में कुपोषण की बीमारी से ग्रसित एक बच्चे को खून देने के लिए एक महिला सारे पूजा-पाठ छोड़कर अस्पताल पहुंची और एक गरीब परिवार की मदद भी की और रक्त देकर एक जीवन को भी बचाया।
40 वर्षीय सीमा श्रीवास्तव अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की ज़िलाध्यक्ष होने के साथ ‘मानवता की पाठशाला’ संगठन से जुड़ी हैं। संगठन के अध्यक्ष बबलू सिंधी के पास अस्पताल से रजनी नाम की एक महिला ने रोते हुए फोन किया। उन्होंने बताया कि उनके 6 साल के बेटे के लिए डॉक्टरों ने ब्लड चढ़ाने को कहा, लेकिन ब्लड बैंक में ओ-पॉजिटिव खून नहीं था। सिंधी ने यह बात सीमा को बताई, उस वक्त सीमा घर में पूजा की तैयारी कर रही थीं। जैसे ही उन्होंने सारी बात जानी तो बिना समय गंवाए वह अस्पताल की पीआईसीयू पहुंच गईं और रक्तदान कर बच्चे के जीवन की रक्षा की।
रक्तदान के बाद कोई कमज़ोरी नहीं
सीमा ने कहा कि सुबह से करवा चौथ का व्रत रखा, लेकिन जब पता चला कि अस्पताल में एक मां अपने बेटे के लिए चिंतित है तो रहा नहीं गया। उन्होंने सुबह से बिना कुछ खाए-पिए व्रत के दौरान रक्त दिया तो इसकी हआर कोई तारीफ कर रहा है। रक्तदान के बाद किसी प्रकार की कमज़ोरी महसूस न होने की बात बताते हुए उन्होंने कहा कि एक जान बचाकर आत्मशक्ति का अहसास हुआ।
बता दें कि संजीवनी संगठन के माध्यम से अस्पताल में ज़रूरतमंदों को खून उपलब्ध कराया जा रहा है। इस संगठन से भी सीमा श्रीवास्तव जुड़ी हैं। अगर आपको रक्त या रक्तदान संबंधी कोई ज़रूरत पेश आए तो इस संगठन के ज़िला अध्यक्ष बबलू सिंधी से आप उनके मोबाइल नंबर 81200 79200 पर संपर्क कर सकते हैं।
मां के चेहरे पर आई मुस्कान
सीमा ने अपने पति की लंबी आयु के लिए आज व्रत रखा है, लेकिन उनका मानना है कि एक मां के चेहरे पर मुस्कान लाकर उनकी खुशी दाेगुनी हो गई. रक्तदान के बाद सीमा श्रीवास्तव ने सभी महिलाओं से कहा कि सभी रक्तदान करने के लिए बढ़-चढ़कर आगे आएं और लोगों का जीवन बचाएं.