भिण्ड। नगरपालिका के वार्ड नंबर 6 में आर्यनगर और वीरेंद्र नगर के बीच में स्थित नाले पर इसके किनारे रहने वाले लोगों ने तो अतिक्रमण कर ही रखा है वहीं हाल ही में एक नेताजी ने भी मुख्य सड़क पर नाले के किनारे, जहां पहले नाला बहता था उसपर निर्माण प्रारंभ करा दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सालों से यहां नाला बहता था और किनारे से लोग निकल भी जाते थे। लेकिन अब उस जगह पर मिट्टी डालकर और दीवार बनाकर उस पर अतिक्रमण किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि अपनी जगह बताकर रसूख की आड़ में बेशकीमती जमीन पर अतिक्रमण करने की कोशिश की जा रही है। अगर जमीन उनकी होती तो अब तक इसे खाली नहीं रखते। स्थानीय लोगों द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि के लिए जब हम मौके पर पहुंचे तो कथित अतिक्रमण की जा रही जगह के सामने ही भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अवधेश सिंह कुशवाह के पुत्र वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष विक्रांत सिंह कुशवाह की गाड़ी खड़ी हुई थी और विक्रांत निर्माण कार्य का जायजा ले रहे थे। स्थानीय लोगों की मानें तो सत्ता की आड़ में उनके द्वारा या उनकी शह पर ही नाले के ऊपर अतिक्रमण किया जा रहा है। जबकि यहां पर नाला और सड़क स्वीकृत हो चुकी है और इसका निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो गया है। ऐसे में अगर अतिक्रमण हो गया तो सड़क कैसे बिछाई जायेगी? समस्या यही है कि रसूखदार लोगों के चलते कोई भी सामने से खुलकर बोलने के लिए तैयार नहीं है लेकिन पीछे सभी यही बोल रहे हैं कि प्रशासन को हस्तक्षेप कर इस तथाकथित अवैध अतिक्रमण को रुकवाकर जो अतिक्रमण नाले पर किया हुआ है उसे भी तोड़कर नाला और सड़क का विधिवत निर्माण करना चाहिये।

हालांकि लोगों की बात को सुनते हुए वार्ड क्रमांक 6 के पार्षद दीपक शर्मा ने इसकी शिकायत नगरपालिका में की है। लेकिन नगरपालिका सीएमओ ना तो नए अतिक्रमण और ना ही पुराने अतिक्रमण को हटवाने के मूड में दिख रहे हैं। नए अतिक्रमण पर उनका कहना है कि शिकायत मिली है उसपर कार्यवाही करेंगे। वहीं पुराने अतिक्रमण पर उनका कहना है कि जहां चार फुट जहाज है वहां चार फुट और जहां 2 फुट जगह है वहां दो फुट नाला बनाया जायेगा। उन्होंने कुछ घरों में जाकर रजिस्ट्री चेक की हैं तो उन्होंने नाले तक की रजिस्ट्री दिखा दी हैं। वह राजस्व विभाग से इसकी जांच कराएंगे।
बाइट- वीरेंद्र तिवारी, भिण्ड नगरपालिका सीएमओ
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि कुछ जगह नाला 2 से 2.5 फ़ीट का बनेगा तो उससे बरसात का पानी कैसे निकलेगा। ऐसे में नाला निर्माण का औचित्य ही नहीं रहेगा। अगर नाला और सड़क का प्रॉपर निर्माण हो जाएगा तो मुख्य सड़क से सीधी कनेक्टिविटी होने से उनको अतिक्रमणकारियों को ही आवागमन की सुविधा हो जाएगी और उनके मकानों की कीमत भी बढ़ जायेगी। जो मकान अभी नाले के किनारे बताकर कीमत कम हैं वह सड़क के चलते बेशकीमती हो जाएंगे।
