सोमवार को गोहद चौराह पर होगी मीटिंग
पवन शर्मा,
भिण्ड। काम और वेतन में विसंगति को लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता 20 सितंबर को कलेक्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगी। उ का कहना है कि काम सरकारी कर्मचारी के समान लिया जाता है लेकिन मानदेय संविदा कर्मचारियों के बराबर भी नहीं दिया जाता। कुछ कार्यकर्ताओं का अक्टूबर नवम्बर दिसम्बर 2022 का मानदेय नही मिला। जनवरी फरवरी जून 2023 का मानदेय गायब ही हो गया है। लेकिन रक्षाबंधन पर जुलाई का मानदेय मिल गया। ऐसा कुछ कार्यकर्ताओं के साथ हो रहा है। मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता काम पूरा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की तरह करती है लेकिन मानदेय साहयिका से थोडा अधिक ही मिलता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं की मांग है कि हमें विनियमित कर्मचारी घोषित किया जाए एवं शासकीय कर्मचारियों की तरह हमें भी सुविधा दी जाए। न्यूनतम वेतन 26 हजार किया जाए एवं मिनी कार्यकर्ताओं को पूर्ण आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की तरह मानदेय दिया जाए। वेतन विसंगति को दूर किया जाए। मानदेय माह की 5 तारीख देने की व्यवस्था की जाए।
उक्त मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका एकता यूनियन सीटू मध्यप्रदेश राज्य कमेटी ने 20 सितंबर को 2-3 बजे के बीच समस्त जिलाधीश कार्यालय पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजने का निर्णय लिया है। उक्त जानकारी प्रेस को जारी विज्ञप्ति में यूनियन की जिला संयोजक साधना भदौरिया ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में दी।
गोहद परियोजना की अध्यक्ष एवं सचिव सीमा जाटव ने बताया कि प्रदर्शन की तैयारी हेतु 17 सितंबर को दोपहर 12 बजे गोहद चौराह पर मीटिंग आयोजित की जा रही है। जिसे सम्बोधित करने के लिए राज्य महासचिव कमलेश शर्मा एवं जिला संयोजक साधना भदौरिया आ रही हैं। जिसमें 20 सितंबर को भिंड जिलाधीश कार्यालय पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं का होने वाले प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए रणनीति तैयार की जाएगी। मीटिंग को सफल बनाने की अपील करने वालों में अनीता कौशल मीरा शर्मा ऊषा त्यागी कुशुम रेखा श्रीवास्तव सुनीता राजावत राखी गुप्ता प्रियंका नागर उषा यादव विनीता राजावत रागिनी शुक्ला आरती भदौरिया आदि ने की है