परानिधेश भारद्वाज,
भिण्ड की दिव्यांग खिलाड़ी पूजा ओझा को खेलों में विशिष्ट योगदान के लिए भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा दिल्ली में आयोजित विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रीय सम्मान समारोह में सम्मानित किया गया। ऐसे में मध्य प्रदेश कयाकिंग कैनोइंग के अध्यक्ष बलवीर सिंह कुशवाह सहित कई लोगों ने पूजा ओझा को बधाई दी हैं।
मन में जज्बा हो तो व्यक्ति क्या कुछ नहीं कर सकता बस जरूरत है तो जज्बे को पूरा करने के लिए उचित प्लेटफार्म और गाइडेंस मिलने की। उचित प्लेटफॉर्म और थोड़ी सी गाइडेंस मिलने पर ऐसा ही कर दिखाया है भिंड जिले की दिव्यांश खिलाड़ी पूजा ओझा ने। पूजा ओझा ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल लाकर साबित कर दिया कि अगर जज्बा हो तो बिना पैरों के भी उड़ान भरी जा सकती है।

कुछ साल पहले भिंड में किशोरी स्पोर्ट्स क्लब के संचालक राधे गोपाल यादव द्वारा गौरी सरोवर में कयाकिंग कैनोइंग के प्रशिक्षण की शुरुआत की गई। एक छोटी सी शुरुआत का नतीजा यह हुआ कि राधे गोपाल के प्रयासों से यहां राष्ट्रीय स्तर की कयाकिंग केनोइंग और ड्रैगन बोट प्रतियोगिता भी आयोजित हुई। राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय लेवल के जो खिलाड़ी आए थे उन्होंने गौरी सरोवर को कयाकिंग कैनोइंग के लिए बेहद उपयुक्त बताया और यहां भविष्य की संभावनाओं को तराशने का काम किया।
इस काम में पूरे मनोयोग से लगे राधे गोपाल यादव की मेहनत का ही नतीजा है कि उनके द्वारा शुरू किए गए कयाकिंग कैनोइंग प्रशिक्षण में प्रशिक्षण लेते हुए पूजा ओझा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर तक मेडल प्राप्त किया। जिसके बाद उन्हें 3 दिसंबर को विश्व विकलांगता दिवस पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा पुरस्कृत किया गया। यह पूजा की मेहनत का ही नतीजा रहा कि कम संसाधनों के बावजूद उन्होंने पूरे मन से प्रैक्टिस करते हुए अपने साथ ही जिले और प्रदेश का नाम पूरे विश्व में रोशन किया। किशोरी स्पोर्ट्स क्लब द्वारा संचालित इस कयाकिंग कैनोइंग बोट क्लब में अन्य कई छात्र भी प्रशिक्षण ले रहे हैं जो भारत ही नहीं विदेश से भी मेडल ला रहे हैं।
