जन अभियान परिषद ने किया स्वैच्छिक संगठनों के प्रशिक्षण का आयोजन।
परानिधेश भारद्वाज,
भिण्ड। हमारे पास विकल्प जब सीमित होते हैं तो हम संकल्पित होते हैं। सीमित विकल्प ही संकल्पों को जन्म देते हैं इसलिए स्वयंसेवी संस्थाएं अपनी शक्ति को पहचानें और अपने आप को सशक्त कर समाज निर्माण में प्रमुख भूमिका निभायें तथा शासन की योजनाओं का लाभ स्वयं भी लें और जरूरतमंदों को दिलवायें। उक्त बातें जन अभियान परिषद के चंबल संभाग के संभागीय समन्वयक धर्मेंद्र सिसोदिया ने कहीं। वे भिंड जिले में आयोजित स्वैच्छिक संगठनों की उन्मुखीकरण कार्यशाला में बोल रहे थे।
इस अवसर पर जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदोरिया, समाजसेवी एवं खेल प्रशिक्षक राधे गोपाल यादव, विकासखंड समन्वयक गोहद बृजेंद्र शर्मा, विकासखंड समन्वयक लहार सुनील चतुर्वेदी सहित स्वैच्छिक संगठनों के प्रतिनिधि, नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधि, मेंटर्स और समाजसेवी बंधु मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन विकासखंड समन्वयक लहार सुनील चतुर्वेदी ने एवं आभार प्रदर्शन विकासखंड समन्वयक बृजेंद्र शर्मा ने किया। इस अवसर पर नवांकुर प्रशिक्षण में शामिल हुए प्रतिनिधियों को भी प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
स्थानीय एमजेएस कॉलेज के सभागार में बोलते हुए संभाग समन्वयक श्री सिसोदिया ने कहा कि अब समय आ गया है कि स्वयंसेवी संगठन व्यवस्थित ढंग से कार्य करें, जिससे उनके कार्यों का मूल्यांकन हो सके और उन्हें कार्य के हिसाब से समाज में प्रतिष्ठित होने का अवसर मिल सके। मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद और समस्त स्वयंसेवी संस्थाओं की नोडल एजेंसी बनने जा रही है, जिससे आपके कार्यों में और कसावट आएगी।
एफसीआरए और सीएसआर जैसे विषयों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि हम कई कारणों से अपने दस्तावेजों का सत्यापन सही से नहीं करवाते जिसकी वजह से जो उच्च प्रमाण पत्र हमें चाहिए होते हैं वह नहीं मिलते, जिससे हम बड़े–बड़े प्रोजेक्ट को लेने में पीछे रह जाते हैं। अतः हमें अपने कार्यों का वर्गीकरण करते हुए समस्त दस्तावेजों को पूर्ण करना होगा और एक दिशा में काम करते हुए अपनी पहचान स्थापित करनी होगी।
समाजसेवी श्री राधेगोपाल यादव ने कहा कि हमने सुना है कि एनजीओ सेक्टर केवल कमाई का सेक्टर है, लेकिन जन अभियान परिषद को एनजीओ स्वयंसेवी संस्थाओं से काम कराते हुए देखकर यह दृढ़ विश्वास हो गया है कि एनजीओ का सेक्टर विशुद्ध समाज सेवा और परोपकार का सेक्टर है। हमें अपने दस्तावेजों का सही से परीक्षण कर कैसे उपयोग करना है यह जन अभियान परिषद के प्रशिक्षण में हम सीख सकते हैं। शासन का धन्यवाद देना चाहिए कि उन्होंने जन अभियान परिषद जैसा एक संस्थान हमें दिया है जो नित नए विषयों को लेकर हमें प्रशिक्षित करता रहता है।
जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदोरिया ने नवांकुर और एनजीओ संस्थाओं के पंजीयन उनके डीएसआर और उनकी कार्यशैली उनकी कार्यविधि आदि विषयों पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। कार्यक्रम का संचालन विकासखंड समन्वयक लहार सुनील चतुर्वेदी ने एवं आभार प्रदर्शन विकासखंड समन्वयक बृजेंद्र शर्मा ने किया। इस अवसर पर नवांकुर प्रशिक्षण में शामिल हुए प्रतिनिधियों को भी प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
