परानिधेश भारद्वाज,
भारत विकास परिषद शाखा भिंड द्वारा गुरु वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम की महत्वपूर्ण श्रृंखला को अनवरत रखते हुए गुरुवार को सरस्वती शिशु मंदिर में गुरु वंदन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मां सरस्वती, ॐ व भारत माता का पूजन करते हुए परिषद के वरिष्ठ संस्थापक सदस्य व प्रख्यात समाजसेवी आलोक दैपुरिया ने बताया कि भारतीय परम्परा के अनुसार, “एक शिक्षक वो जाग्रत दीपक है, जो खुद जलकर दूसरों की जिंदगियों को प्रकाशमान कर देता है”। उन्होंने कहा कि वह स्वयं भी सरस्वती शिशु मंदिर के छात्र रहे हैं व आज उसी संस्थान में आकर अत्यंत प्रसन्न हैं।
शाखा अध्यक्ष डॉ साकार तिवारी ने भारत विकास परिषद के बारे में प्रकाश डालते हुए बताया कि परिषद युवाओं के प्रेरणास्रोत, युग पुरुष स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों को आत्मसात करके चलने वाली तथा सेवा व संस्कार से ओतप्रोत सामाजिक संस्था है। जिसका मुख्य कार्य मानव जीवन के सभी आयामों का सर्वांगीण विकास करना है। उन्होंने बताया कि परिषद भारत को जानो व राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता प्रतिवर्ष शाखा स्तर से राष्ट्रीय स्तर तक संपन्न करवाते हैं तथा भारत विकास परिषद देश का एकमात्र ऐसा संगठन है जो संस्कृत भाषा में भी राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता का आयोजन 1967 से कर रहा है।

कार्यक्रम के मुख्य स्वरूप में विद्यालय के विभिन्न कक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे 5 विद्यार्थियों आयुषी यादव, अभय यादव, पूर्वी जैन, लक्ष्मी बघेल, गार्गी यादव को मेडल व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया तथा 2 श्रेष्ठ शिक्षकों आचार्य रेखा यादव, आचार्य सीमा श्रीवास्तव को आगामी शिक्षक सम्मान हेतु नामांकित किया गया ।
विद्यालय प्रधानाचार्य रामाधार त्यागी द्वारा सभी का स्वागत व आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम के अंतिम चरण में उपस्थित सदन को सदाचार व गुरुओं के सम्मान की शपथ परिषद के सदस्य जयदीप सिंह फौजी ने दिलाई व सामूहिक राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
कार्यक्रम में शाखा अध्यक्ष डॉ साकार तिवारी, सचिव धीरज शुक्ला, कार्यक्रम संयोजक जे एन पाठक, फौजी जयदीप सिंह सहित विद्यालय परिवार के आचार्य दीदी व छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
