पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान ने प्रेस वार्ता में किया खुलासा
भिण्ड, पवन शर्मा
भिण्ड जिले में लगातार हो रही ठगी व एटीएम फ्रॉड की घटनाओं को गम्भीरता पूर्वक लेते हुये पुलिस अधीक्षक भिण्ड शैलेन्द्र सिंह चौहान एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश कुमार खरपुसे के द्वारा समस्त राजपत्रित अधिकारी एवं थाना प्रभारी व सायबर टीम को मुखबिर तन्त्र विकसित करने के लिये निर्देशित किया गया था।
दिनांक 02.09.22 को फरियादी रामनरेश तोमर नि० भुआ का पुरा अम्बाह किसी काम से भिण्ड आये थे वापस जाते सयम सुभाष तिराह पर लिफ्ट के लिये एक कार को हाथ दिया और अम्बाह जाने के लिये पूछा तो गाडी चालक ने कहा की मे भी अम्बाह जा रहा हूँ तुम्हे भी छोड़ दूगों और गाड़ी में बैठा लिया गाडी में दो अन्य लोग भी बैठे थे चालक ने फरियादी को चालाकी पूर्वक अपने वातों में फसाते हुये कहाँ कि गाड़ी का गेट खराब है गेट को पकड़ कर बैठना, तब फरियादी दोनो हाथो से गेट को पकडर बैठ गया। जैसे ही मांउट लिटेरा स्कूल के पास पहुचे तभी चालक ने फरियादी से यह कहकर गाडी से उतार दिया कि गाड़ी का गेट ज्यादा हिल रहा है गाड़ी से उत्तर जाओ। हम गाडी ठीक करवाने वापस भिण्ड जा रहे हैं जैसे ही फरियादी गाडी से उतरा वैसे ही गाडी चालक व अन्य दो लोग गाड़ी को तेजी से भागाकर ले गया उसके बाद फरियादी द्वारा अपना सामान चैक किया तो जेब में रखी नगदी एटीएम पर्स गायब मिला फरियादी की जेब कटी हुई थी उक्त घटना पर से थाना बराही अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उक्त विवेचना दौरान सफेद रंग की सेन्ट्रो कार को चिन्हित कर वाहन मालिक के संबंध में जानकारी प्राप्त की तो वाहन क्रमांक यूपी 84 एके 1574 रिंकू राजपूत नि० नगला भगत थाना भौगाँव जिला मैनपुरी उoप्रo का होना पाया गया उक्त वाहन मालिक से पूछताछ की तो उसके द्वारा बताया गया कि वह मजदूरी का काम करता है उक्त वाहन उसके नाम पर है जो भौगाँव के संजीव गिहार द्वारा खरीदा गया था तथा वही उसका उपयोग करता है संजीव द्वारा यह कहते हुये यह वाहन लिया था कि उसके (संजीव) के नाम पर वाहन फायनेंश नहीं हो रहा है। दौराने विवेचना यह पता चला कि वाहन कमांक यूपी 84 एके 1574 को उपयोग संजीव द्वारा किया जाता है तथा संजीव का जीजा किशन व संजीव मित्र मोहम्मद साहिद वाहन का उपयोग चोरी व लूट की घटनाओं में उपयोग करते है तब मुखबिर मामूर कर वाहन व तीनो आरोपियों की के संबंध में जानकारी ली गयी तो पता चला यह पुनः बारदात करने की नियत से भिण्ड आ रहे हैं । तब मुखबिर सूचना पर से आरोपियो की घेराबंदी कर तीनो आरोपियों को मय वाहन के गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों से पूछताछ पर घटना करना स्वीकार किया तथा इसके अलावा भिण्ड जिले में भिण्ड देहात, गोहद चौराह, ग्वालियर में महाराजपुरा व मुरैना, धौलपुर में घटना करना स्वीकार किया है। तथा आरोपीगणों पर उ.प्र. से कन्नोज, आगरा, मैनपुरी, फरूखाबाद में लूट डकैती हत्या का प्रयास जहर खुरानी व आर्म्स एक्ट के 25 से अधिक अपराध दर्ज है।
लक्जरी लाइफ जीने के लिये करते थे अपराध
तीनो आरोपिया ने पूछताछ में बताया कि ऐशो आराम के लिये करते थे अपराध घटित करते थे आरोपियों द्वारा मिलकर लूट, उगी व चोरी के पैसा से सेन्ट्रो कार कमोंक यूपी 84 एके 1574 रिंकू राजपूत के नाम से खरीदी थी क्याकि आरोपीगणों का आपराधिक रिकॉड होने से उनके नाम से कोई भी बैंक गाडी फायनेश करने के लिये तैयार नहीं थी आरोपी इसी गाडी उपयोग वारदात करने के लिये करते थे आरापियों द्वारा बताया कि बारदात करने के बाद बारदार में मोटी रकम मिलने पर नेनीताल, लद्दाख, कुल्लू मनाली, जैसे पर्यटक स्थलों पर घूमने के लिये निकल जाते थे। इसके अलावा आरोपियों द्वारा दिल्ली एनसीआर क्षेत्र से अब तक 400 से अधिक मोबाइल फोन चोरी करना बताया है जिन्हें तीन से पाँच हजार रूपय में बेच देते थे।
अन्य गैंग के खुलासा
आरोपीगणों द्वारा पूछताछ पर अपने अन्य साथियों के बारे बताया है जो एटीएम बदलकर फ्रॉड करते हैं। उक्त संबंध में और पूछताछ की जा रही है जिसमें और अपराधों का खुलासा होने की सम्भावना है।
गिरफ्तार आरोपीगण
1: संजीव पुत्र सुभाषचन्द्र गिहार (कंजर) उम्र 36 साल नि0 गिहार कॉलोनी माँगाँव जिला मैनपुरी उ०प्र०
2: किशन पुत्र महेश उर्फ पठकार गिहार (कंजर) उम्र 25 साल नि0 महरूपुरा रावी थाना कमालगंज जिला फरुखाबाद उ०प्र०
3:मोहम्मद साहिद पुत्र सईद खान उम्र 28 साल नि० भोगाँव मेनपुरी उ०प्र०
जप्त मशरूका का विवरण
1: 15000 रुपये नगद
2: एक गाडी यूपी 84 एके 1574 सेन्ट्रा कीमती 6 लाख रूपय
3: 5 मोवाइल कीमती 40 हजार रूपय कुल मशरूका 6 लाख 65 हजार रुपये
सराहनीय भूमिका
उक्त उल्लेखनीय कार्य में थाना बरोही बृजमोहन भदोरिया सायवर सैल उ0नि0 दीपेन्द्र यादव, उ0नि० शिवप्रताप सिंह राजावत, वैभव तोमर, स0उ0नि० सत्यवीर सिहं, स0उ0नि बृजेश कुशवाह प्रआर0 प्रमोद पाराशर, प्रआर0 566 महेश कुमार, प्रआर0 315 सतेन्द्र यादव, आर 281 आनन्द दीक्षित, आर 637 राहुल यादव, आर0 153 यतेन्द्र सिंह राजावत, आर0 69 हरपाल चौहान, आर0 655 अभिमन्यु तोमर, आर0 857 जयशंकर, प्रआर0 1051 राकेश, आर0 962 समरजीत की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
