- परानिधेश भारद्वाज की रिपोर्ट
– वीडियो में देखिए कैसे मंत्री जी से सहायता की आस में फोटो खींच रहे कार्यकर्ताओं के पैरों के बीच फंसा दोनों पैरों से विकलांग युवक मायूस होकर कार्यकर्ताओं के पैरों के बीच से हाथों के सहारे निकलकर आया बाहर…[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=sod0KzoxT_o[/embedyt]
मध्य प्रदेश के भिंड में मंगलवार को मेडिकल बोर्ड द्वारा दिव्यांगजनों के चेकअप एवं कृत्रिम अंग वितरण के लिए रजिस्ट्रेशन कार्यक्रम के साथ ही मोटर चलित ट्राई साइकिल (motorised tricycles) वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime minister Narendra Modi’ birthday) के जन्मदिन के उपलक्ष्य में 17 सितंबर से 7 अक्टूबर तक चलाये जा रहे सेवा एवं समर्पण अभियान के तहत समाजसेवी भाजपा नेता अशोक भारद्वाज की अगुवाई में उनके मेहगांव स्थित आवास पर किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में दिव्यांगजन पहुंचे और उनकी जांच कर दिव्यांग आईडी बनाई गईं जिनको आगे चलकर कृत्रिम अंग और ट्राई साइकिल जैसी सुविधाएं दी जाएगी।
कई दिव्यांगजन ऐसे भी रहे जो या तो कागजी खानापूर्ति नहीं कर पाए या फिर उनकी विशेष जांच के लिए एक्स-रे आदि की सुविधा नहीं थी। ऐसे में इन दिव्यांग जनों को जिला अस्पताल पहुंचकर जांच कराने के लिए कहा गया है।
कार्यक्रम में प्रदेश के राजस्व एवं परिवहन मंत्री एवं भिंड जिले के प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित हुए, जबकि मेहगांव विधायक राज्यमंत्री ओ पी एस भदौरिया भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान बारिश ने खलल डालने की कोशिश की। लेकिन बारिश के मौसम को देखते हुए बनाए गए वाटरप्रूफ पंडाल से अफरा तफरी का माहौल नहीं बना। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दिव्यांगजन पहुंचे लेकिन उसके अनुसार कार्यकर्ता व्यवस्थाओं को देखने की जगह मंत्री के आवभगत और फ़ोटो खिंचवाने में ज्यादा व्यस्त दिखाई दिए।
भिण्ड (BHIND’s Mehgaon) जिले के मेहगांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के जन्मोत्सव (Birthday) के अंतर्गत आयोजित सेवा एवं समर्पण कार्यक्रम में दो दिव्यांगों को राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत (minister Govind Singh Rajpoot) द्वारा ट्राई साइकिल देने वाले फ़ोटो खिंचवाए गए, वह ट्राई साइकिल भी उन विकलांगों को मार्च महीने में दी गईं थीं। इस फोटो सेशन के दौरान गोरमी से आया हुआ दोनों पैरों से विकलांग युवक मंत्री जी की नजरे इनायत के लिये इंतजार कर रहा था। लेकिन उसको सिवाय समर्थकों की लातों के अलावा कुछ नहीं मिला। ट्राई साइकिल की आस में वह बैठा था लेकिन जब मंत्री के फ़ोटो खींचने के चक्कर में आसपास के कार्यकर्ता उसपर चढ़ने लगे तो वह अपने दोनों हाथों के सहारे खिसककर बाहर निकला और फिर इंतजार करने के बाद वापस घर पहुंच गया।
इसे ब्यूरोक्रेसी का नाकारापन या अकर्मण्यता ही कहा जाएगा कि अति जरूरतमंद लोग भी सरकारी सहायता से मरहूम रह जाते हैं। ऐसा ही उस समय देखने को मिला जब मंत्री जी मंच पर थे, तभी एक पूर्ण रूप से शारीरिक और मानसिक विकलांग युवक को मंच पर लिटा दिया गया। जिसकी स्थिति देखकर पहले राज्यमंत्री ओ पी एस भदौरिया और फिर परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत भी इस पीड़ित युवक के पास पहुंचे और उन्होंने तत्काल प्रशासनिक अधिकारियों को बुलाकर उसकी समुचित सहायता करने की हिदायत दी। गोविंद सिंह राजपूत ने अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि कल ही सारी कार्यवाही पूरी होकर विकलांग तक सहायता पहुंच जानी चाहिए, वह खुद इसकी रिपोर्ट लेंगे।
इस कार्यक्रम के बाद मंत्री उन चार बच्चों के परिवारों के बीच भी पहुंचे जिनकी रविवार को गणेश विसर्जन के बाद नहाने के दौरान तालाब में डूबने से मौत हो गई थी। मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बच्चों के परिजनों को ढांढस बंधाया और सरकार की हर संभव सहायता दिलवाने की घोषणा की।
