परानिधेश भारद्वाज
राष्ट्रीय सेवा योजना और विधिक साक्षरता क्लब उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक 1 भिण्ड द्वारा संस्था में योग प्रशिक्षक रिटायर्ड कैप्टन बीएसएफ कृपाल सिंह राजावत की अध्यक्षता में अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस मनाया गया। जिसमें एनएसएस के छात्रों के साथ नक्षत्र वाटिका में प्रातः भ्रमण और योग करने के लिए आने वाले लोगों ने सहभागिता की।
इस दौरान नशा और उससे समाज पर होने वाले दुष्प्रभाव पर विस्तार से चर्चा हुई। संगोष्ठी में समाजसेवी सुरेश चंद्र जैन, प्रियंका सोनी, कृपाल सिंह, सुनील कौशल, सुमन गर्ग ने नशा और स्वास्थ्य विषय पर अपने विचार रखे। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी धीरज सिंह गुर्जर ने उपस्थित लोगों को किसी भी प्रकार का नशा न करने का संकल्प दिलवाया कि वे स्वयं आजन्म नशा न करें और समाज को नशे के दुष्प्रभाव के बारे में बताएं।
कृपाल सिंह ने कहा कि नशा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य नष्ट कर परिवार, समाज और राष्ट्र को बर्बाद कर देता है। सुरेश चंद्र जैन ने कहा कि हमें बच्चों को शुरू से ही संस्कार देने की जरूरत है ताकि वे इस दिशा में न भटकें। पीएलवी प्रियंका सोनी ने बताया कि आज बड़ी संख्या में महिला वर्ग भी नशे की चपेट में आता जा रहा है, उनकी काउंसलिंग की जरूरत है। सुमन गर्ग ने कहा कि मोबाइल की लत भी एक प्रकार का बुरा नशा है, ये सभी नशों की जड़ है, छात्र वर्ग को इससे दूर रखा जाए। सुनील कौशल ने कहा – तन मन को कौन करता खराब, धुंआ, मांस और शराब

धीरज सिंह गुर्जर ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में 7 दिसंबर 1987 को यह प्रस्ताव पारित हुआ और तब से हर साल 26 जून को लोगों को नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से यह मनाया जाता है।
कार्यक्रम में पूर्व शिक्षा अधिकारी प्रेम सिंह त्रिपाठी, फौजी सुरेश सिंह राजावत, शेर सिंह, गायत्री राठौर, स्वयंसेवक संतोष कुमार, हर्ष भदौरिया, शिवम राठौर, आशीष, आलोक, रौनक राजावत, आरती यादव, श्वेता, नेहा नरवरिया सहित आधे सैकड़ा से अधिक लोग मौजूद थे।