शेयर बाजार में निवेश आपकी पूंजी को कई गुना बढ़ा सकते हैं तो वहीं इसमें निवेश कई बार जोखिम भरे भी रहते हैं। जिन लोगों ने अच्छी कंपनियों में निवेश किया है उनकी पूंजी कई गुना तक हो गई है वहीं कई कंपनियों में निवेश करना निवेशकों के लिए घाटे का सौदा भी साबित हो जाता है और वह अपनी पूंजी डुबो देते हैं।
शेयर बाजार में जहां आप कंपनियों के डायरेक्ट शेयर खरीद सकते हैं वहीं उनके फ्यूचर एवं ऑप्शंस भी खरीदे बेचे जाते हैं।
शेयर बाजार में दो तरह के लोग अपनी पूंजी लगाते हैं एक वह जो कंपनियों की गुडविल के आधार पर उनमें निवेश करते हैं जो लंबे समय के लिए किया जाता है। अगर आपको पता है कि किसी कंपनी का बैकग्राउंड काफी अच्छा है और भविष्य में वह बेहतर प्रदर्शन करेगी तो उसके शेयर खरीद कर रख दिए जाते हैं। ऐसे शेयर खरीदारों को निवेशक कहा जाता है।
वहीं दूसरी ओर शेयरों की फ्यूचर एवं ऑप्शंस ट्रेडिंग भी होती है जोकि मंथली और वीकली होती हैं। किसी शेयर का फ्यूचर जहां 1 महीने में एक्सपायर होता है तो वहीं ऑप्शंस की एक्सपायरी वीकली रहती है। जो हर गुरुवार को एक्सपायर होती हैं। ऐसे ही निफ़्टी, बैंक निफ़्टी, फिन निफ्टी भी ऑप्शंस ट्रेडिंग कराते हैं, जिनकी वीकली एक्सपायरी होती है। ऑप्शंस में वह लोग रुपये लगाते हैं जो जल्दी मुनाफा कमाना चाहते हैं। ऐसे लोगों को ट्रेडर कहा जाता है।
लेकिन ऑप्शंस ट्रेडिंग में बिना सीखे जब व्यक्ति पूंजी लगा देता है तो वह घाटा ही खा जाता है। क्योंकि इसमें बड़ी-बड़ी ट्रेडिंग फर्म ट्रेड करती हैं और वह छोटे निवेशकों पर हावी रहती हैं। ऐसे में 10 में से 9 ट्रेडर्स ऑप्शंस सेग्मेंट में लॉस लेकर निकलते हैं।
ऑप्शंस में ट्रेडिंग करने वाले इन्हीं ट्रेडर्स को सचेत करने के लिए सेबी ने सभी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स को निर्देश दिए हैं कि वह अपने ग्राहकों से इस बारे में एक्नॉलेजमेंट जरूर लें। इसमें साफ तौर पर लिखा हुआ है कि 10 में से 9 ट्रेडर ऑप्शन सेगमेंट में लॉस करते हैं इसलिए इसमें ट्रेड अपने रिस्क पर ही करें।
सेबी द्वारा ऐसा ट्रेडर्स को सचेत करने के लिए किया जा रहा है। ताकि वह पहले से जागरूक रहें और अपने रिस्क पर ही ट्रेडिंग करें।
पढ़िए एक्नॉलेजमेंट में क्या लिखा है-
