गायत्री विहार कॉलोनी प्रज्ञा पीठ कुम्ह्रोआ पर शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में 24 कुंडीय नवचेतना जागरण गायत्री महायज्ञ के आयोजन में शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे मनीषियों ने सर्वप्रथम कलश देव का पूजन एवं दीप पूजन वैदिक मंत्रों के साथ किया तत्पश्चात मनीषियों द्वारा युग दृष्टा परम पूज्य गुरुदेव एवं परम वंदनीय माता जी का आवाहन पूजन हुआ इसी के साथ मां गायत्री का आवाहन पूजन वैदिक मंत्रों से किया गया । शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे मनीषियों का स्वागत वंदन अभिनंदन प्रज्ञा परिजनों के द्वारा किया गया इसके पश्चात 33 कोटि देवी देवताओं का आवाहन पूजन सर्वतो भद्र पर किया गया।

यज्ञ का उद्देश्य जनकल्याण , धरती पर सत युग अवतरण हो यह हमारा ध्येय। मनीषियों के द्वारा स्वस्तिवाचन मंत्रों का गायन किया गया रक्षा विधान के मंत्रों द्वारा दसों दिशाओं के पतियों का आवाहन किया गया मां गायत्री की प्राण शक्ति सविता देवता की प्रार्थना की गई और इसी के साथ यज्ञ शुरू हुआ । जिसमें भक्तिजीवी भाई बहनों ने आहुतियां समर्पित की और पूर्ण आहुति में सभी यज्ञकर्ताओं ने अपनी एक बुराई को छोड़ा और एक अच्छाई को ग्रहण किया। साथ ही साथ संकल्प लिया कि हम न ही दहेज लेंगे और न ही दहेज देंगे और अपने आसपास सामाजिक कुरीतियों को बंद कराने में राष्ट्र चेतना के संकल्प पूर्ण करेंगे। महिला मंडल, दीया ग्रुप सर्वे भवन्तु सुखिन: युवा मंडल , परिवार परिजनों सहित आदि का विशेष सहयोग रहा।
इसी क्रम में दिनांक 19 दिसंबर को तृतीय दिन जिसमें यज्ञ के साथ साथ सभी संस्कार निशुल्क संपन्न कराए गए। जिसमें पुंसवन संस्कार ,अन्नप्राशन संस्कार, नामकरण ,विद्या आरंभ यज्ञोपवीत, आदि संस्कार संपन्न हुए। विशेष रूप से शांतिकुंज से पधारे हुए मनीषियों द्वारा दीक्षा संस्कार व पवन संस्कार संस्कार संपन्न कराए गए। गायत्री परिवार ने अपील की भिंड नगर व अन्य क्षेत्रों के सभी भाई-बहन इस महायज्ञ में सम्मिलित होकर अपनी आहुति राष्ट्र चेतना राष्ट्रहित को समर्पित करें।
