परानिधेश भारद्वाज
राजगढ़। जिले की बोडा पुलिस पर एक युवक को बेरहमी से पीटने का आरोप लगा है। पुलिस ने युवक को इस कदर पीटा कि उसके शरीर की चमड़ी उधड़ गई। मारपीट से उसके कान का पर्दा भी फट गया है। पिटाई से शरीर पर गहरे घाव हो गए। मामले में पीड़ित ने पुलिस पर 50 हजार की रिश्वत लेकर छोड़ने का आरोप लगाते हुए मामले की शिकायत एसपी को की तो युवक की हालत देखते हुए उन्होंने एएसआई समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। हालांकि, पुलिस की कार्यवाई से असंतुष्ट युवक ने इसकी शिकायत गृहमंत्री, मप्र शासन से भी की है। मामला जब मानवाधिकार आयोग की जानकारी में पहुंचा तो उन्होंने मामले पर संज्ञान लेते हुए राजगढ़ एसपी से 3 सप्ताह में जवाब मांगा है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बोड़ा थाना क्षेत्र के कड़िया गांव निवासी शुभम सिसोदिया सांसी 29 मई को भेसवा माता गांव में एक मन्नत कार्यक्रम में शामिल होने गया था। यहां पुलिस ने उसे एक मामले में आरोपी बताते हुए गाड़ी में बैठा लिया और लीमा चैहान थाने ले गई, यहां उसके साथ जमकर मारपीट की गई। आरोपी को एक थाने से दूसरे थाने ले जाया गया और इस बीच उसकी जमकर मारपीट की गई। परिवार को पता चला तो वह बोडा थाने पहुंचे और युवक को कोर्ट में पेश करने को कहा। लेकिन आरोपी की माँ की तमाम मिन्नतों के बाद टीआई रामनरेश राठौर ने 50 हजार रूपए लेकर आरोपी को छोड़ा। थाने से बाहर जाते समय भी उसे धमकाया गया कि किसी से बाहर मारपीट का जिक्र मत करना। मारपीट के कारण उसके कान में बहुत दर्द हो रहा था इसलिए वह एक जून को शुजालपुर पहुंचा और डाॅक्टर से जांच कराई तो डाॅक्टर ने उसे कान का पर्दा फटने की बात कही।
इस मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जैन ने एसपी राजगढ़ से तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।