भिण्ड। प्रस्फुटन समितियों को ग्राम में पहचाना जाने लगा है अब समय आ गया है कि प्रस्फुटन समितियां अब परिणाम मूलक कार्य कर ग्राम में कार्यों को गति दें जिससे ग्राम विकास के लक्ष्यों को पाया जा सके। उक्त बात वरिष्ठ समाजसेवी इकबाल अली ने दो दिवसीय प्रस्फुटन समितियों की क्षमता वृद्धि कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए कही। इस अवसर पर जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया, विकासखंड समन्वयक जयप्रकाश शर्मा वरिष्ठ समाज सेवी शशिकांत शर्मा, खेल प्रशिक्षक श्री राधेगोपाल यादव सहित विकासखंड अटेर और भिण्ड में गठित समस्त प्रस्फुटन समितियों के प्रतिनिधि बतौर प्रशिक्षणार्थी भाग ले रहे थे। कार्यशाला में बतौर विषय विशेषज्ञ जिला खेल अधिकारी संजय पंकज, परामर्शदाता स्वदेश सिंह, श्रीमती सुमन भदौरिया, सुश्री मुदिता भारद्वाज ने भी अपने अपने विषयों से संबंधित सत्र लिए।
स्थानीय एमजेएस महाविद्यालय में दो दिवसीय कार्यशाला में बोलते हुए समाजसेवी प्रोफेसर इकबाल अली ने कहा कि समितियों के गठन किए हुए लंबा अरसा हो गया है। आप लोंगों ने ग्रामों में अपनी एक अलहदा पहचान भी बना ली है। अब समय आ गया है कि आप ग्राम में परिणाममूलक कार्यों को गति दें जिससे कि ग्राम विकास को गति मिल सके। उन्होंने उपस्थित संस्थाओं के प्रतिनिधियों का आह्वान करते हुए कहा कि अब आपकी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। ग्राम विकास के उन आयामों को स्थापित करने में आपकी महत्ती जरूरत है। अतः आप पहले हर विद्या में दक्ष हों इसलिये यह प्रशिक्षण है।
कार्यशाला में मप्र जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह ने कहा कि अपनी प्रस्फुटन समिति की जो परंपरा रही है उसके अनुसार जो कार्य हाथ में लेते हैं उसे प्राणपण तक निभाते हैं। अतः आपसे भी हमें ऐसी ही अपेक्षा है। आपने ग्राम विकास का जो कार्य हाथ में लिया है उसे आप शत प्रतिशत निभाएंगे।
प्रशिक्षण कार्यशाला में शिरकत कर रहे वरिष्ठ समाजसेवी श्री शशिकांत ने कहा कि समग्र विकास एक वृहद विषय है। प्रस्फुटन समितियां केवल एक कार्य को अपने हाथ में लें और उसे तब तक करें जब तक कि उस कार्य में शत प्रतिशत सफलता हासिल न हो जाए। इससे ग्राम में विश्वास अर्जन होगा ही तथा कार्यपद्धति में भी प्रखरता आएगी।
प्रशिक्षण कार्यशाला में शिरकत कर रही विकासखंड में प्रस्फुटन समितियों के सदस्यों को संबोंधित करते हुए खेल प्रशिक्षक राधेगोपाल यादव ने कहा कि आज गांवों में संजीदगी से कार्य करने की बेहद आवश्यकता है। आम आदमी आज भी शासन की विभिन्न योजनाओं के लाभ से वंचित रह रहा है। प्रस्फुटन समितियां ग्राम्यांचल में शासन की ईकाई के रूप में ईमानदारी से कार्य कर एक मिसाल प्रस्तुत करें और सर्वांगीण विकास में सहयोगी बन शासन की मंशा को साकार करें।
जिला खेल अधिकारी संजय पंकज ने प्रस्फुटन समितियों से नशामुक्ति जैसी कुरीतियों से जड़ से मिटाने के लिए कृत संकल्पित होकर कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जन अभियान परिषद ने ग्राम विकास के लिए फिर से ग्रामीणों को एक मंच दिया है और अब उस मंच का सही उपयोग करने का दायित्व आपका है। यही सही समय है कि आप अपने कार्यों से ग्राम की अवधारणा को बदल समस्त विकास अपने ग्राम की जरूरतों के आधार पर तय कर सकते हैं।

प्रशिक्षण में परामर्शदाता स्वदेश सिंह ने कहा कि जनअभियान द्वारा गठित समितियों के माध्यम से न केवल ग्राम में जागरूकता बढ़ेगी बल्कि ग्राम में लोगों का जो विश्वास कम हो रहा है वह पुनः स्थापित होने में सहयोग मिलेगा। प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित करते हुए परामर्शदाता श्रीमती सुमन ने कहा कि मप्र जन अभियान परिषद का यह बेहद ही पावन कार्य है बशर्ते यदि समिति सदस्य इसे ईमानदारी और लगन तथा समाजसेवा के साथ निभाएं। समस्त परिषद का अमला आपके किए गए हर सकारात्मक प्रयास के साथ है। हम आपके कार्यों को शासन के सामने लाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
इसके अलावा वरिष्ठ परामर्शदाता नीरज शर्मा, अवधेश शर्मा, श्रीमती प्रीति भदौरिया, कु.रचना भदौरिया, श्रीमती संगीता अग्रवाल ने भी विषय अंतर्गत समितियों को प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला में परिषद के जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह ने अतिथियों व प्रतिभागियों व स्वागत करते हुए जन अभियान परिषद की अवधारणा और प्रस्फुटन समितियों से अपेक्षा को उपस्थित सदस्यों के समक्ष रखा। उन्होंने दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के उद्देश्य बताए। अंत में आभार प्रदर्शन परामर्शदाता रचना भदौरिया ने किया।
