भोपाल मैं रिंकू ओझा दामिनी की आवाज की सदस्य हूं! कोरोना ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था बिगाड़ दी है।हमारे देश में भी कोराना अब प्रचंड रूप में आ चुका है। किसी ने बहुत खूब लिखा कि लॉकडाउन के दौरान मंदिर, मस्जिदों और दूसरे धार्मिक स्थलों पर ताले इसलिए लगे थे कि भगवान सफेद कोट पहन कर लोगों को बचाने में लगे थे। इस कोरोना काल में एक बहुत बड़ी समस्या आ रही है कि लोग डिप्रेशन में जा रहे हैं। डिप्रेशन से बचने के लिए क्लिनिकल साइक्लॉजिस्ट योग, मेडिटेशन के साथ अच्छे सुविचार पढ़ने और सुनने की भी सलाह देते हैं। कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, डर-डर कर नौका पार नहीं होती। कोराना के इस भीषण समय में अब अपना और अपनों के खयाल रखने की और भी जरूरत है। जिस तरह से देश मे लगातार केस बढ़ते जा रहे हैं, एहतियात और बढ़ा देने की आवश्यक्ता है। जिन परिवारों में कोरोना पहुंचा है, वहां की सबसे बड़ी समस्या है, भय। उस ट्रोमा से निकल पाना बड़ा मुश्किल है कि अब क्या होगा? ऐसे वक्त में सकारात्मक सोच बहुत ही कारगर है। अच्छा पढ़िए, अच्छा सुनिए और अच्छा देखिए। दुनिया में सकारात्मक सोच के लिए लाखों लोगों ने असंख्य बातें कही हैं, इस समय उन पर नजर डालिए, जो जीवन को एक दिशा दें।
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