जस्टिस फ़ॉर भिण्ड के सदस्यों द्वारा लगातार लोगों को कैंपेन से जोड़ने की मुहिम चलाई जा रही है। इसी सिलसिले के अंतर्गत बुधवार को जस्टिस फॉर भिंड टीम के द्वारा मैथ टीचर आशीष दुबे की कोचिंग सेंटर के छात्रों को मुहिम से जोड़ा गया।
जुड़ने वाले छात्रों के द्वारा बताया गया कि भिंड नाम के लिए तो जिला है, लेकिन जिलों जैसी कोई सुविधा नहीं है। भिंड के आस पास के जिले भिंड से कहीं आगे निकल गए हैं। हम बाहर जाते हैं तो अपने आप को भिंड की जगह ग्वालियर का बताते हैं। छात्रों ने कहा यह मुहिम बहुत अच्छी शुरू की गई है, हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस मुहिम से जोड़ने में भूमिका निभाएंगे और जस्टिस फॉर भिंड को अवश्य सफलता मिलेगी व हमारा भिंड जिला विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा।

जस्टिस फोर भिंड के सदस्य सतीश राजावत के द्वारा बताया गया कि कैंपेन में बड़ी मात्रा में लोगों का समर्थन मिल रहा है। जिनमें अभी तक पत्रकारगण, चिकित्सकगण, अधिवक्तागण, अध्यापकगण, समाजसेवी एवम् छात्र आदि जुड़ रहे हैं और हमारा लक्ष्य हजारों लोगों को मुहिम से जोड़ना है। क्योंकि जब तक संख्या बल नहीं होगा तब तक हमारी बात नहीं सुनी जाएगी। इसीलिए जीतने के लिए संख्या बल बहुत जरूरी है और हमें विश्वास है अन्याय के खिलाफ भिंड की जीत अवश्य होगी।
इस मौके पर आशीष दुबे ,जयदीप राजावत, सतीश राजावत,आदि मौजूद रहे।
दरअसल समाजसेवियों द्वारा जस्टिस फॉर भिंड नाम से एक कैम्पेन शुरू किया गया है, जिसके अंतर्गत विभिन्न मांगों जैसे मेडिकल कॉलेज, नगर निगम, भिंड से दिल्ली एवं भोपाल को जाने वाली नई ट्रेनों का संचालन, ऊमरी को नगर परिषद बनाना, जिला अस्पताल भिंड में चिकित्सकों की संख्या बढ़ाना, अटेर रोड पर ट्रेन रूट पर ओवर ब्रिज का निर्माण, पहले से स्वीकृत स्पेशल बच्चों के लिए स्कूल का जल्द से जल्द निर्माण आदि मांगे हैं।