- परानिधेश भारद्वाज
भिंड। चंबल के दुर्गम बीहड़ में कभी डकैतों की गैंग दौड़ा करती थी और उनके पीछे पुलिस। ऐसे में आम लोग बेहद की तरफ जाने से डरते थे। चम्बल का नाम सुनये ही लोग दहशत में आ जाते थे। लंबे समय से चम्बल के बीहड़ डकैत मुक्त हैं। लेकिन एक बार फिर से चम्बल के बीहड़ों में लोग दौड़ते दिखाई दिए। वह भी एक दो नहीं सैकड़ों की संख्या में। यह कोई डकैत नहीं बल्कि आम लोग थे, जो बेखौफ होकर चम्बल के दुर्गम बीहड़ में दौड़े।
चम्बल के दुर्गम बीहड़ में रविवार को लोगों का जोश और जज्बा देखने को मिला। भीषण सर्दी के बीच बीहड़ की माटी युवाओं के पसीने से भीग गई। चंबल फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित ‘चंबल मेरा तन’ के दूसरे संस्करण ‘चंबल मैराथन’ में युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। करीब 8 किलोमीटर की यह दौड़ अटेर के निर्माणाधीन चंबल पुल से शुरू होकर किला गेट पर खत्म हुई। दौड़ को चंबल फाउंडेशन के संस्थापक शाह आलम ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौड़ में करीब 700 युवाओं ने भाग लिया।
पुरुष वर्ग में भिंड के सुमित यादव अव्वल रहे, जबकि महिला वर्ग में बाह, आगरा की अंबिका ने पहला स्थान हासिल किया। चंबल फाउंडेशन ने लगातार दूसरे वर्ष इस मैराथन का आयोजन किया था। इस बार मैराथन दौड़ में भिंड जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद भिंड भी सहयोगी संस्था के रूप में थी ।
कोरोना के चलते आयोजकों को मैराथन में भागीदारी को लेकर आशंका थी। फिर भी कार्यक्रम को आयोजित करने का फैसला हुआ। सुबह 10 बजे तक दौड़ शुरू होते-होते युवाओं की भीड़ उमड़ पड़ी और उम्मीद के विपरीत बड़ी संख्या में हर आयु वर्ग के बालक-बालिकाओं ने इसमें भाग लिया।
ये रहे विजेता:-
चंबल मैराथन में सुमित यादव ने पहला स्थान पाया जबकि संदीप राजपूत को दूसरा और नवीन शर्मा को तीसरा, विशाल लोधी को चतुर्थ और शिवम लोधी को पांचवा स्थान मिला। महिला वर्ग में बाह ,आगरा की अंबिका वर्मा ने पहला स्थान प्राप्त किया जबकि आगरा की गविता को दूसरा और ग्वालियर की अंकी तोमर को तीसरा, सोनी को चतुर्थ और शिवानी को पांचवा स्थान मिला। सीनियर सिटीजन में ओमप्रकाश भदौरिया रिटायर्ड फौजी प्रथम, एडवोकेट अजय कुमार आर्य द्वितीय एवं रतन लाल यादव रिटायर्ड फौजी तृतीय स्थान पर रहे। सभी विजेताओं को चम्बल परिवार की तरफ से मेडल, शील्ड और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। फ्रेंड्स आफ एमपी यूएसए संजीव त्रिपाठी, जेकेजे फाउंडेशन के पदाधिकारी सर्वेश शर्मा का इसमें विशेष सहयोग रहा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर भिंड जिला कलेक्टर सतीश कुमार और एसडीएम उदय सिंह सिकरवार और किशोरी शिक्षा एवं शारीरिक शिक्षा प्रसार समिति के अध्यक्ष वरिष्ठ खिलाड़ी हरवीर सिंह यादव द्वारा चंबल मैराथन के विजयी प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर सतीश कुमार एस ने कहा कि बच्चों की जीवंतता ही चंबल की ताकत है। चंबल मैराथन के संयोजक राधेगोपाल यादव और चंबल परिवार के प्रमुख शाह आलम के साथ यहां के स्थानीय युवाओं को लेकर ग्रामीण पुरातात्विक तथा एडवेंचर स्पोर्ट्स और टूरिज्म के लिए बेहतरीन प्रयास कर रहे हैं। शासन प्रशासन भी जनमानस की भलाई के लिए किए गए हर कार्य में सदैव सहयोग करता रहेगा। पर्यावरण संरक्षण के लिए अध्यक्षता कर रहे हरिवीर सिंह यादव द्वारा शपथ दिलाई गई।
इस अवसर पर स्वागत भाषण तथा प्रतिवेदन में कार्यक्रम के संयोजक राधे गोपाल यादव ने कहा कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य चंबल के सकारात्मक स्वरूप को विश्व पटल पर स्थानीय लोगों के सहयोग से पहुंचाना है। जिससे यहां के युवाओं को पर्यटन के जरिए कई प्रकार के रोजगार उपलब्ध हो सकें। चंबल फाउंडेशन की मुहिम ‘चंबल टुरिज्म’ ‘स्प्रिट चंबल’ और ‘रन फॉर बेटर चंबल’ का सपना साकार होते दिखा। चंबल मैराथन का उत्साही और अनुशासित सैलाब चंबल घाटी को विश्व का सबसे दुर्गम ट्रेक यह बन रहा है। सदियों से चंबल घाटी पूरी दुनिया के साथ कदमताल करने को बेताब है। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन डीएटीसी के प्रबल श्रीवास्तव के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन धीरज गुर्जर द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में क्रीड़ा भारती के प्रमोद गुप्ता, टीम खेल विभाग से संजय पंकज, समाजसेवी अशोक तोमर, राजेंद्र सिंह यादव फौजी, डा कमल कुशवाहा, मास्टर विनोद सिंह, जयदीप सिंह फौजी, सागर यादव तथा उनकी टीम के साथ-साथ वाटर स्पोर्ट्स क्लब के अनिल मांझी, राहुल राजपूत, नंबर 1 स्कूल एनएसएस के छात्र छात्राओं की टीम और किशोरी पब्लिक स्कूल की छात्र छात्राएं, गगन शर्मा, राहुल यादव ,राजेश यादव, महेश, उत्तम, विनोद सहित कई व्यवस्थापकों ने जिम्मेदारी संभाली।