परानिधेश भारद्वाज,
भिण्ड शहर स्थित मंशापूर्ण गोकुलधाम गौशाला में चल रही तीन दिवसीय गौकथा व प्रवचन के अंतिम दिन गुरुवार को काशी धर्म पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी नारायणानंद तीर्थ गुरुदेव भगवान की महा आरती का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस महा आरती में 501 घी के दियों द्वारा शंकराचार्य जी की आरती की जाएगी।
दरअसल कार्तिक महीने में दीपदान करने का विशेष महत्व है और यह दीपदान यदि धर्मगुरु संत के चरणों में समर्पित किया जाए तो मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। ऐसे में भगवत भक्तों की सर्व मनोकामनाएं पूर्ति के लिए उनके द्वारा यह महा आरती की जायेगी। गोकुलधाम गौशाला के संरक्षक व कार्यक्रम के आयोजक विपिन चतुर्वेदी ने बताया कि दीपकों की व्यवस्था गौसेवा समिति के द्वारा की गई है, जिसमें कोई भी जनमानस शंकराचार्य स्वामी जी की आरती में शामिल होकर पुण्य लाभ प्राप्त कर सकता है।
मानव जीवन में इस प्रकार का अवसर यदा कदा ही आता है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा भक्तों को इस पुण्य अवसर का लाभ लेते हुए अपने जीवन को धन्य बनाना चाहिए।