ग्वालियर। दो दिन पहले अग्निपथ भर्ती परीक्षा के विरोध में हुए उपद्रव मामले में पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज कर ली थी और इसकी जांच की जा रही थी। जांच में फिजिकल कोचिंग संचालक पुलिस के निशाने पर थे। दो दिन इन संचालकों के सोशल मीडिया एकाउंट्स एवं उपद्रव के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने कुछ फिजिकल कोचिंग संचालकों को चिन्हित किया है।
पुलिस ने जिनको चिन्हित किया है उनमें महादेव फिजिकल कोचिंग के संचालक मनोज सिंह परमार को पुलिस ने युवाओं को भड़काने के आरोप में मुख्य आरोपी बनाया है। वहीं सीएसपी के प्रतिवेदन पर ग्वालियर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने महादेव कोचिंग के संचालक मनोज सिंह परमार पर पाँच का इनाम भी घोषित किया है। जो अभी फरार है। वहीं इस मामले में सीएससी ऋषिकेश मीणा का कहना है कि पुलिस लगातार महादेव फिजिकल कोचिंग संचालक की तलाश में जुटी हुई है और लगातार जगह जगह दबिश दे रही है। जल्द ही कोचिंग संचालक को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बतौर सीएसपी मनोज एक रिटायर्ड सैनिक है जो फिजिकल कोचिंग चलाता है। गोले के मन्दिर से इसने उपद्रव वाले दिन अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लाइव वीडियो भी प्रसारित किया था। मनोज को भनक लग गई कि उसके खिलाफ कार्यवाही हो सकती है ऐसे में वह फरार हो गया। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा उस पर पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
बाइट- ऋषिकेश मीणा, सीएससी मुरार ग्वालियर