लगभग 400 से अधिक मरीजों का हुआ निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण व निशुल्क वितरित हुई औषधियां
परानिधेश भारद्वाज,
भिण्ड, 08 जनवरी।
स्वर्गीय पंडित वैद्यराज जनमेजय शर्मा की पुण्यतिथि के अवसर पर कुण्डेश्वर महादेव मन्दिर शहर कोतवाली के सामने इटावा रोड भिण्ड पर रविवार को विशाल निःशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 400 से अधिक मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण और निःशुल्क दवाका वितरण हुआ।
शिविर आयोजक सेवानिवृत्त आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. विश्वनाथ शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि शिविर में लगभग 400 से अधिक मरीजों ने अपना परीक्षण कराया। शिविर में मरीजों को निःशुल्क औषधियां भी वितरित की गईं। इस शिविर का आयोजन वह 2009 से प्रत्येक वर्ष करते आ रहे हैं । आयुर्वेद हमारी भारतीय चिकित्सा है। कोरोना काल के बाद इसका महत्व और अधिक बढ़ा है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेद ही एकमात्र विकल्प है। आयुर्वेदिक औषधियां रोग को जड़ से खत्म करती है इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं है इसलिए आयुर्वेद जनमानस में अपना महत्व स्थापित कर चुकी है। प्राचीन काल में यह भारतीय चिकित्सा का स्तंभ बनी और तब से अभी तक यह परंपरा महर्षि चरक महर्षि सुश्रुत महर्षि पतंजलि से होती हुई पूर्ण प्रचलित में समाज में स्थापित है।

कार्यक्रम में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राधेश्याम शर्मा, डॉ. रमेशबाबू शर्मा, राजेश शर्मा (संचालक बिहारी बाल मंदिर) रमेश दुबे , डॉ. बीएन भारद्वाज, , डॉ. इन्द्रप्रकाश त्रिपाठी, डॉ एस के राजोरिया डॉ नारायण स्वरूप श्रीवास्तव ,डॉ. विश्वनाथ शर्मा, , डॉ. नामदेव शर्मा, डॉ अवधेश सोनी, डॉ. अरविन्द शर्मा, डॉ. वरुण शर्मा, डॉ., डॉ. मुन्नालाल मिश्रा, डॉ. अनिल दुबे, डॉ. सीता सोलंकी, डॉ रश्मि ,डॉ. किशन लाल, डॉ. अवधेश शर्मा, , डॉ. दीपेंद्र भदोरिया, , डॉ. किशन लाल कुशवाहा. डॉ जबर सिंह और आशुतोष शर्मा नंदू ने मरीजों का शुगर और बीपी का निशुल्क परीक्षण किया। साथ ही शिविर में एडवोकेट आशुतोष शर्मा नंदू, रामसिया शर्मा ,आशुतोष साहू आकाश शर्मा, गौतम तिवारी , पत्रकार कमलकिशोर जोशी, दीपक चौधरी गिरिराज पांडे, किशन सिंह भदोरिया , विवेक पोद्दार ,राजीव बरुआ,ने निशुल्क आयुर्वेद शिविर में विशेष सहयोग किया। शिविर में जुकाम, खांसी, बुखार, श्वांस, मलेरिया, पीलिया, खून की कमी, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, आमवात, बवासीर, उदर रोग, चर्म रोग, हृदय रोग, अनिद्रा एवं स्त्री रोग श्वेत एवं रक्त प्रदर, पुरुषों में धातु क्षय एवं नपुंसकता के मरीजों का परीक्षण कर के उन्हें निःशुल्क औषधियां भी प्रदान की गई।
