- परानिधेश भारद्वाज की रिपोर्ट
कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आखिरकार मध्यप्रदेश में बड़ा बदलाव करते हुए कमलनाथ की जगह भिण्ड जिले की लहार विधानसभा से लगातार सात बार के विधायक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता डॉ गोविंद सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाने के संदर्भ में पत्र जारी कर दिया है। पत्र में जहां कमलनाथ का इस्तीफा स्वीकार करने की बात कही गई है तो वहीं डॉक्टर गोविंद सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के बारे में लिखा गया है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा जारी पत्र के अनुसार कमलनाथ मध्य प्रदेश कांग्रेस के चीफ बने रहेंगे।
आपको बता दें कि कमलनाथ लंबे समय से दोनों पद अपने पास रखे हुए थे। जब कमलनाथ मुख्यमंत्री बन गए थे उसके बाद भी उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष का पद नहीं छोड़ा था और कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद उन्होंने नेता प्रतिपक्ष का पद भी खुद ही हथिया लिया था। लेकिन अब जाकर कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी द्वारा आगामी विधानसभा चुनावों से महज डेढ़ साल पहले यह बड़ा बदलाव किया गया है।
सूत्रों की मानें तो इस समय दिग्विजय सिंह सोनिया गांधी की टीम में उनके बेहद करीब हैं। ऐसे में हमेशा से दिग्विजय सिंह के करीबी रहे डॉ गोविंद सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के लिए पहले से ही चल रही कवायद पर सोनिया गांधी ने अंतिम मुहर लगा दी। डॉ गोविंद सिंह को कांग्रेस का नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के कयास सरकार बदलने के बाद से ही लगाए जा रहे थे। चूंकि कमलनाथ पद पर डटे हुए थे ऐसे में डॉक्टर गोविंद सिंह को नेता प्रतिपक्ष की कमान मिलने में लंबा समय लग गया।
यह दूसरा मौका है जब भिंड से कोई व्यक्ति कांग्रेस का नेता प्रतिपक्ष बना है। इससे पहले भिण्ड की अटेर विधानसभा से विधायक रहे स्व. सत्यदेव कटारे कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं।
डॉक्टर गोविंद सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने पर कांग्रेस में खुशी की लहर दौड़ गई है और कई कांग्रेसी नेताओं ने उन्हें बधाई दी है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा, कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह भदोरिया पिंकी, भिंड जिलाध्यक्ष मान सिंह कुशवाहा, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष रेखा भदौरिया, सेवादल जिलाध्यक्ष संदीप मिश्रा, आशीर्वाद शर्मा, बंटी गुधेनिया, ब्रजराज भारद्वाज सहित कई कांग्रेसियों ने खुशी जाहिर करते हुए बधाई प्रेषित की है।
