- परानिधेश भारद्वाज
मध्यप्रदेश के भिंड (BHIND) जिले में हाल ही में निजी सीटी स्कैन मशीन (CT Scan machine) लगाई गई है। सीटी स्कैन मशीन लगाए जाते ही यहां पर सीटी स्कैन करवाने वाले मरीजों की लाइन लग गई है। यही नहीं प्रशिक्षित डॉक्टरों की निगरानी में सीटी स्कैन के साथ ही मरीजों का इलाज भी शुरू हो गया है और जटिल रोगों का इलाज भी इसकी सहायता से कम खर्चे में होने लगा है।
जिले में सीटी स्कैन मशीन लगने के बाद रविवार को जिले का पहला सीटी गाइडेड पिगटेल इंसर्शन किया गया, जिसमें मरीज के लिवर एवं फेफड़ों से पिगटेल के माध्यम से मवाद निकाली गई। डॉक्टरों के मुताबिक बड़े शहरों में भी इस प्रकार का इलाज इक्का-दुक्का डॉक्टर ही कर पाते हैं। ऐसे में भिंड के लिए यह बेहद गर्व की बात है कि यहां पर इंटरवेंशन सीटी (Intervention CT) किया गया।
दरअसल रमा गांव के रहने वाले विजय शर्मा के लिवर में मवाद पड़ गया था। उन्होंने ध्यान नहीं दिया तो लिवर से निकलकर यह मवाद फेफड़ों में भी पहुंच गया, जिससे विजय को असहनीय दर्द होने लगा। इसके बाद वह हाल ही में भिण्ड शहर के नगरपालिका के पास शुरू किए गए गीता आरोग्य हॉस्पिटल सीटी स्कैन सेंटर (Geeta Arogya Hospital CT Scan Centre) पहुंचे। यहां पर डॉ अभिनव गुप्ता (Dr. Abhinav Gupta) द्वारा उनका सीटी स्कैन किया गया तो उसमें लिवर एब्सेस निकला। जिसके बाद सीटी गाइडेड पिगटेल इंसर्शन तकनीक (CT guided pigtail insertion technology) के माध्यम से मरीज का पस निकाला गया। इस दौरान मरीज को बेहोश करने की जरूरत भी नहीं पड़ी। मरीज खुद चलकर आया और खुद ही चलकर गया। पूरी प्रक्रिया को मरीज के परिजन भी बाहर लगी टीवी स्क्रीन पर देखते रहे।
जो ऑपरेशन बिना बेहोश किये किया उसके लिए पहले होती थी चीरफाड़
इस पिगटेल ऑपरेशन को अंजाम देने वाले डॉ अभिनव गुप्ता ने बताया कि पुराने समय में इस प्रकार के मवाद को निकालने के लिए चीरफाड़ वाला ऑपरेशन करना पड़ता था, जिसमें मरीज को काफी समय तक अस्पताल में भी भर्ती रहना पड़ता था। लेकिन अब इस तकनीक के जरिये सीटी स्कैन मशीन के अंदर लिटाकर ही मरीज को बेहोश किये बिना ही इंजेक्शन के जरिये उसके अंगों में पड़े मवाद को निकाल दिया जाता है। यह बेहतरीन क्वालिटी की अत्याधुनिक सीटी स्कैन मशीन से ही संभव है जो उन्होंने लगवाई है। इसके जरिये 1 एमएम का सेक्शन भी साफ देखा जा सकता है जिससे पिगटेल इन्सर्ट करने में आसानी होती है और दिखाई देता रहता है कि सही जगह पर इन्सर्ट किया जा रहा है या नहीं। इस प्रकार के इलाज की सुविधा बड़े शहरों में भी प्रीमियर इंस्टीट्यूट में ही मिल पाती है और खर्चा भी काफी होता है। लेकिन यहां पर कम खर्चे महज 12 हजार में ही सीटी स्कैन सहित पूरा ऑपरेशन कर दिया गया। जिलेवासियों के लिए यह निश्चित ही राहत देने वाली खबर है।
देखिये Liver abscess का ऑपरेशन[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=PuYrhqsJLcw[/embedyt]
जिले के जाने-माने शल्य चिकित्सक डॉ एनसी गुप्ता के सुपुत्र हैं डॉ अभिनव गुप्ता
आपको बता दें कि पिगटेल तकनीक (Pigtail Technology) से ऑपरेशन को अंजाम देने वाले डॉ अभिनव गुप्ता (Dr. Abhinav Gupta) जिले के जाने माने शल्य चिकित्सक डॉ एनसी गुप्ता (Dr. N.C. Gupta) के पुत्र हैं। डॉ अभिनव MD, DNB (Radiologist) हैं और गोल्ड मेडल प्राप्त किया है, जबकि डॉ एनसी गुप्ता ने लंबे समय तक भिण्ड जिला चिकित्सालय में अपनी सेवाएं दी हैं। वह यहां पर सिविल सर्जन (Civil Sergeon) और सीएमएचओ (CMHO) के पद पर भी रहे हैं। उनकी गिनती जिले के चुनिंदा विशेषज्ञ डॉक्टरों (Specialist Doctors) में की जाती है। और उन्हीं की तरह उनके बेटे भी अपने क्षेत्र में महारथ हासिल कर रहे हैं। डॉ अभिनव ने दिल्ली के मैक्स साकेत (MAX Saket) एवं फोर्टिस गुरुग्राम (Fortis Gurugram) अस्पतालों में लगभग 5 साल तक काम करते हुए इस प्रकार के 500 से अधिक ऑपरेशन को अंजाम दिया है। डॉ अभिनव के पिता डॉ एनसी गुप्ता चाहये थे कि उनका बेटा जिले में रहकर जिलेवासियों की सेवा करे इसलिए वह अपने पिता की मर्जी पर भिण्ड में ही लोगों की सेवा करेंगे।
सुनिये इस पूरे ऑपरेशन के बारे में डॉ अभिनव गुप्ता से[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=sYsweFIt2-w[/embedyt]
लिवर एब्सेस कैसे होता है और इससे बचने के उपाय भी सुझाये डॉ अभिनव गुप्ता ने
जब हमने सवाल किया कि आखिर यह लीवर एब्सेस क्या है और कैसे होता है? तो इस पर डॉ अभिनव गुप्ता ने बताया कि अधिकांशत: गंदा बैक्टीरिया युक्त पानी पीने से LIVER ABSCESS (लिवर में मवाद) की बीमारी होती है। ग्वालियर चंबल अंचल में जहां पर शुद्ध पानी की सप्लाई नहीं हो पाती वहां पर यह बीमारी ज्यादा देखने को मिलती है। जबकि बड़े शहरों में जहां पर लोग शुद्ध पानी पीते हैं वहां यह बीमारी कम है। ऐसे में डॉ अभिनव गुप्ता ने सलाह दी है कि लोग साफ स्वच्छ पानी ही पीएं तो इस बीमारी से बचा जा सकता है।
सुनिये लिवर में मवाद से बचने के लिए क्या कह रहे हैं डॉ अभिनव गुप्ता[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=5pxzStGTm5k[/embedyt]